छत्तीसगढ़ में खालिस्तान के खिलाफ उठी आवाज: दिलेर और रंधावा ने कहा-हम खालिस्तानी नहीं हिंदुस्तानी

दिलेर सिंह, रिकं रंधावा

रायपुर। रायपुर में पंजाब के खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में बीते दिन रैली निकाली गई। वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई। मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने रैली से संबंधित मुख्य व्यक्तियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। श्यामनगर तेलीबांधा निवासी दिलेर सिंह, रिंकू रंधावा समेत सिख समाज के 50-60 लोगों ने तेलीबांधा गुरुद्वारा से पंचशील नगर तक बिना किसी अनुमति के शाम को रैली निकाली थी। 

पंजाब में अमृतपाल सिंह के विरुद्ध हो रही कार्यवाही के विरोध में बिना किसी पूर्व सूचना के निकाली गई इस रैली के संबंध में थाना सिविल लाइंस ने आयोजक को नोटिस जारी कर गुरुवार सुबह 11 बजे तक जवाब देने निर्देशित किया था। इसके बाद सिख समाज के दलेर सिंह और रिंकू रंधावा ने रायपुर पुलिस को वीडियो भेजकर मामले में सफाई दी है।  

‘हमें न खालिस्तान चाहिए और न ही उसके लिए आवाज उठाते हैं’ 
गुरुद्वारा कमेटी तेलीबांधा के सदस्य दिलेर सिंह ने वीडियो जारी कर कहा कि पंजाब में निर्दोष लोगों के खिलाफ जो कार्रवाई हो रही है। उसके खिलाफ उन्होंने रायपुर में बुधवार को रैली निकालकर प्रदर्शन किए थे। उन्होंने कहा कि हमें ना खालिस्तान चाहिए और न ही खालिस्तान के लिए बात करते हैं। अगर हमारे समाज के निर्दोष लोगों के खिलाफ पंजाब में रासुका लगाकर कार्रवाई हो रही हैं, तो हमने इसी का विरोध किया था, लेकिन कुछ लोगों ने इसे गलत तरीके से खालिस्तान के समर्थन में प्रचारित-प्रसारित किया। जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ था। हम सिख समाज के लोगों लिए आवाज उठाते हैं। समाज के जागरूक नागरिक होने के नाते विरोध करते हैं। हमने पंजाब की भगवंत मान की सरकार के खिलाफ बीते दिनों प्रदर्शन किया था न कि खालिस्तान के समर्थन में। हमें देश विरोधी न दिखाया जाए। हम छत्तीसगढ़ में शांति, भाईचारे, प्रेम और सद्भाव के साथ रह रहे हैं। भारतीय संस्कृति में विश्वास रखते हैं।  

‘हम खालिस्तानी नहीं हैं…’ 
रिंकू रंधावा ने वीडियो जारी कर कहा कि रायपुर में जो हुआ वो सिख समाज को बदनाम करने के लिए पंजाब में हो रहे कार्रवाई के खिलाफ किया गया था। पंजाब में जो घटना घट रही हैं, उसके खिलाफ हमने आवाज उठाई थी। हमने खालिस्तान के लिए आवाज नहीं उठाई थी। हम छत्तीसगढ़ में शांति के साथ रहे हैं। हम खालिस्तानी नहीं हैं… खालिस्तानी नहीं हैं… । हमने बीते दिनों खालिस्तानी के समर्थन में नारे नहीं लगाए और न ही उसके खिलाफ समर्थन किया था। मीडिया और अन्य लोगों से गुजारिश करते हुए कहा कि हमें देशविरोधी न दिखाया जाए। हम छत्तीसगढ़ में शांति, भाईचारे, प्रेम और सद्भाव के साथ रह रहे हैं। भारतीय संस्कृति में विश्वास रखते हैं।  

 

क्या था मामला 
प्रदर्शनकारियों ने बीते दिनों रायपुर के आम आदमी पार्टी कार्यालय में पंजाब सरकार के खिलाफ पुतला फूंककर प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अमृतपाल सिंह पंजाब में नशे के खिलाफ काम कर रहा था। वह युवाओं को नशे से बाहर निकालने की कोशिश में लगा था, लेकिन पंजाब सरकार ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने के लिए उन्हें बदनाम कर रही है। वहीं की सरकार उन्हें आतंकवादी घोषित करने में लगी है। निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रही हैं।  

पंजाब के हालात लगातार खराब : सीएम भूपेश 
इस मामले में सीएम भूपेश बघेल ने बुधवार को विधानसभा में कहा था कि जब से पंजाब में नई सरकार बनी है तब से वहां के हालात लगातार खराब हो रहे है। ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। पंजाब एक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटा हुआ राज्य हैं, वहां की ये स्थिति चिंताजनक है।  

बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर कसा था तंज 
वहीं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि देश विरोधी गतिविधि करने वाले लोगों के लिए छत्तीसगढ़ शरणगाह बन गया है। राज्य सरकार के संरक्षण में देश विरोधी रैली निकालना दुर्भाग्यजनक और बेहद ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा था कि देश विरोधी काम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि फिलहाल, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पंजाब पुलिस उसकी तलाश में लगी है।