रांची। बीते दिनों झारखंड में ईसाई समुदाय के लोगों पर हमले की कई कथित घटनाएं सामने आई हैं. वहीं इसकी आग अब झारखंड के पड़ोसी राज्य में छत्तीसगढ़ में पहुंची चुकी है. छत्तीसगढ़ में एक चर्च में तोड़फोड़ की गई. जिसके बाद चर्च पर हमले और ईसाइयों पर कथित हमले को लेकर राजधानी रांची में ईसाई समुदाय के सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध जताया. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान ‘धर्म के नाम पर बांटना बंद करो’ और ‘चर्चों पर हमले बंद करो’ जैसे नारे भी लगाए.
रांची की सड़कों पर विरोध
मिली जानकारी के मुताबिक रांची के मेन रोड़ में स्थित जीईएल चर्च परिसर से मोराबादी मैदान तक झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन (JCYA) के तत्वावधान में पुरुषों और महिलाओं ने रैली निकाली. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में तख्तियां भी पकड़ रखी थीं, जिसके उपर ‘चर्चों पर हमले बंद करो’ जैसे संदेश लिखे हुए थे. प्रदर्शनकारियों का विरोध के दौरान कहना था कि झारखंड के गढ़वा जिले में पिछले महीने क्रिसमस की तैयारी के दौरान समुदाय के कुछ लोगों को निशाना बनाया गया था. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान झारखंड सरकार से राज्य में शांति सुनिश्चित करने का आग्रह किया. वहीं इस रैली में मांडर के पूर्व विधायक बंधु तिर्की और उनकी बेटी कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने भी हिस्सा लिया.
छत्तीसगढ़ की चर्च में तोड़फोड़
झारखंड क्रिश्चियन यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप तिर्की ने इस दौरान कहा कि इस रैली का उद्देश्य झारखंड और छत्तीसगढ़ में ईसाइयों पर हमले के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना था. दोनों राज्यों की सरकारों से हम शांति सुनिश्चित करने और ईसाइयों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग करते हैं. बता दें कि छत्तीसगढ़ के नारायणपुर शहर में दो जनवरी को एक कथित धर्म परिवर्तन के संबंध में आदिवासियों ने विरोध के दौरान एक चर्च में तोड़फोड़ की थी. इस दौरान एक आईपीएस अधिकारी सहित छह पुलिसकर्मियों पर भी हमला करके उन्हें घायल कर दिया गया था. फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है.