बिलासपुरः पुलिस ने बताया वकील अंसारी अपहरण कांड का सच, हनी ट्रेप में सफल नहीं होने पर महिला ने पति के साथ मिलकर की प्रॉपर्टी डीलर की हत्या

बिलासपुर। आसमां सिटी के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या हो गई। हनी ट्रैप में फंसाने की योजना सफल नहीं होने पर अंतिम बार उसके साथ अंबिकापुर में नजर आई महिला ने अपने पति व साथी के साथ मिलकर उसे मार डाला। तीनों ने मिलकर लाश को केशकाल घाटी में ठिकाने लगाया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वारदात का शनिवार को एसएसपी पारुल माथुर ने प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया। घटना सकरी थाना क्षेत्र की है। वकील अंसारी 3 नवंबर 2021 से घर से गायब था।

पुलिस के अनुसार उसकी पत्नी अकबरी खातून ने सकरी थाने में बताया कि वह अपने परिचित आरएस बागड़िया से मिलने अंबिकापुर जाने की बात कहकर निकला था। 4 नवंबर की रात 11.30 बजे उसने उसका कॉल आया और खुद को एक जगह फंसने की जानकारी दी। उसने अधिक पैसे की व्यवस्था करने की बात कही थी।

पत्नी के कहने पर आरएस बागड़िया ने उसको कॉल किया। वकील अंसारी ने उससे भी वही बात कही। इसके बाद वकील अंसारी को पुलिस ढूंढती रही पर उसका सुराग नहीं मिला। पुलिस पतासाजी में जुटी हुई थी। इस बीच उसके एटीएम कार्ड से लगातार पैसा निकालने की जानकारी मिली। पुलिस के लिए यह अहम सुराग था। जिस एटीएम कार्ड से पैसे निकाले गए थे।

पेपर कटर से मर्डर कर केशकाल में फेंक आए शव क्या हुआ था उस रात?

हेमंत जुए सट्टे में 12 लाख रुपए हार चुका था। वह भिलाई से पत्नी के साथ भागकर इधर-उधर भटक रहा था। मुख्य आरोपी हेमंत साहू व उसकी पत्नी की मुलाकात वकील अंसारी से भाटापारा के एक पेट्रोल पंप में हुई थी। वकील अंसारी से काम मांगा। वकील खुद को उस पेट्रोल पंप का मालिक बताया। आरोपी पति-पत्नी के मन में पैसे की लालच आ गया और दोनों ने मिलकर उसे हनी ट्रेप में फंसाकर ब्लैकमेल करने की योजना बनाई।

संतोषी ने उसे कहीं ले चलने की बात कही। 3 नवंबर को वकील अंसारी अंबिकापुर जा रहा था। उसने संतोषी को साथ चलने के लिए कहा। संतोषी ने इसकी जानकारी अपने पति को दी तो उसने अपने साथी गणेश को भी तैयार कर लिया। योजना बनी और वकील अंसारी व संतोषी गाड़ी से अंबिकापुर जाने के लिए रवाना हुए। पीछे-पीछे हेमंत साहू व गणेश यादव भी डस्टर कार से निकले। रास्ते में संतोषी के साथ वकील को संदिग्ध हालत में पकड़ने व वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने की योजना थी। वकील अंसारी की गाड़ी आगे निकल गई। इनकी गाड़ी की स्पीड कम होने के कारण पीछे रह गए। इधर संतोषी के साथ अंसारी अंबिकापुर पहुंचा।

दोनों रात को होटल में ठहरे। महिला ने फोन से पति हेमंत को जानकारी दी। इसके बाद हेमंत व गणेश होटल के इर्द गिर्द आकर ठहर गए। रात को अपनी गाड़ी में ही सोए। अंसारी ने रात महिला के साथ बताई, फिर 4 नवंबर को उसे लेकर बिलासपुर आने के लिए निकला। हेमंत व गणेश यादव फिर से पीछा करने लगे। गाड़ियां बिलासपुर आने के लिए निकली। सेंदरी मोपका बाइपास रोड पर अंसारी कार रोककर महिला के साथ गाड़ी में ही बतियाने लगा था। हेमंत साहू इसी का इंतजार था। वह गणेश के साथ गाड़ी के पास पहुंचा और अंसारी से पैसे मांगने लगा। विरोध करने पर दोनों ने पेपर कटर से हमला कर दिया। अंसारी घायल हुआ तो तीनों उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर ले गए। सरगांव के पास अंसारी से घर में फोन कर पत्नी से फिरौती मांगने के लिए कहा और उसे बलौदा बाजार के रास्ते ले गए।

रास्ते में उसका एटीएम व पासवर्ड, फोन पे का यूपीआई कोड ले लिया। इस बीच अंसारी की मौत रास्ते में हो गई तो उसे तीनों ने मिलकर केशकाल घाटी के नीचे फेंक दिया और भाग निकले। पुलिस ने शव का फोटो मंगाकर अंसारी की पत्नी को दिखाया तो उसने कलाई में बंधी घड़ी से उसकी पहचान की। उसकी पत्नी को अय्याशी के बारे में पता न चले इसलिए अंसारी ने फिरौती मांगते समय अभिषेक नामक एक दोस्त का नाम ले दिया था।

हत्या करने व शव को ठिकाने लगाने के बाद आरोपियों को पकड़े जाने का डर सताने लगा तो तीनों इधर-उधर घूमने लगे। पुलिस को गुमराह करने के लिए अंसारी के खाते से पैसे निकाले और इसी से फंस गए। महिला ने अंसारी से बातचीत करने के लिए नया सिम खरीदा था। इससे केवल वह उसी से ही बात करती थी। इसके कारण उसका मोबाइल नंबर ट्रेस नहीं हो रहा था। अंबिकापुर जाते समय बगदेवा के टोल प्लाजा में वकील अंसारी के गाड़ी के पीछे आरोपियों की डस्टर कार नजर आ रही थी। अंसारी की गाड़ी में महिला छिपकर बैठी थी। इससे पुष्टि हो गई।