मुंबई। महेंद्र सिंह धोनी को क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान कप्तान माना जाता है। यह पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज कप्तान के रूप में सभी आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने 2007 में टी20 विश्व कप जीत, 2011 में वनडे विश्व कप जीत और दो साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। उन्होंने खेल के सबसे लंबे प्रारूप टेस्ट में अपनी कप्तानी के दौरान आईसीसी के पुरस्कार स्वरूप दो बार गदा भी हासिल की।
धोनी ने 2020 में अपनी अंतरराष्ट्रीय रिटायरमेंट की घोषणा की थी। 2019 विश्व कप में धोनी ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच खेला था। हालांकि, धोनी के संन्यास को लेकर भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने एक बड़ा खुलासा किया है कि कैसे धोनी ने संन्यास को लेकर पहले ही संकेत दे दिए थे। उन्होंने ऋषभ पंत के साथ बातचीत में भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेलने का जिक्र किया था। इसके बाद पंत ही विकेटकीपिंग की भूमिका में धोनी के उत्तराधिकारी बने।
श्रीधर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के विश्व कप सेमीफाइनल के रिजर्व डे के दौरान दो विकेटकीपरों के बीच हुई बातचीत का खुलासा किया। श्रीधर ने कहा- मैं अब यह खुलासा कर सकता हूं कि धोनी ने विश्व कप में अपना आखिरी मैच खेल लिया था। बेशक, उन्होंने इसकी घोषणा नहीं की थी, लेकिन मैं आपको बताऊंगा कि मुझे क्यों इस बारे में पता था। मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड के खिलाफ हमारे विश्व कप सेमीफाइनल मैच में रिजर्व डे की सुबह, मैं ब्रेकफास्ट हॉल में पहुंचने वाला पहला व्यक्ति था। जब एमएस और ऋषभ अंदर आए तो मैं अपनी कॉफी पी रहा था। उन्होंने अपना सामान उठाया और मेरे साथ टेबल पर शामिल हो गए। श्रीधर ने अपनी किताब ‘कोचिंग बियॉन्ड- माई डेज विद द इंडियन क्रिकेट टीम’ में कहानी साझा करते हुए लिखा।
श्रीधर ने लिखा- न्यूजीलैंड के पास बल्लेबाजी करने के लिए केवल कुछ ओवर थे और हम इसके बाद अपनी पारी शुरू करने वाले थे। इसलिए मैच काफी जल्दी खत्म होने वाला था। ऋषभ ने एमएस से हिंदी में कहा- भैया, कुछ लोग आज ही लंदन जाने की योजना बना रहे हैं। क्या आप भी चलेंगे? एमएस ने जवाब दिया- नहीं, ऋषभ, मैं टीम के साथ अपनी आखिरी बस ड्राइव को मिस नहीं करना चाहता।
श्रीधर ने आगे कहा कि उन्होंने धोनी के लिए सम्मान की वजह से कभी किसी को बातचीत नहीं सुनाई। मैंने इस बातचीत के बारे में किसी से एक शब्द भी धोनी के प्रति सम्मान के कारण नहीं कहा। उन्होंने मुझे विश्वास में लिया था। मैं अपना मुंह नहीं खोल सकता था। इसलिए, मैंने रवि शास्त्री को एक शब्द भी नहीं कहा, अरुण को भी नहीं, मेरी पत्नी को भी नहीं।
श्रीधर के मुताबिक, उन्हें और पंत को धोनी के संन्यास के बारे में पता था। भारत विश्व कप का सेमीफाइनल 18 रनों से हार गया था, जिसमें धोनी का रन आउट होना खेल का निर्णायक क्षण था। पूर्व भारतीय कप्तान ने 72 गेंदों में 50 रनों की पारी खेली थी, लेकिन नौ गेंदों में जीत के लिए 24 और रनों की जरूरत के वक्त वह रन आउट हो गए थे।