नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली को आज यानी शुक्रवार को नया मेयर (महापौर) मिलने वाला है। परिणाम के करीब एक महीने बाद मेयर पद के लिए चुनाव के दौरान हंगामा हो गया है। बताया जा रहा है कि मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाने को लेकर हंगामा हो गया है। इस दौरान पार्षद एक-दूसरे के साथ तीखी बहस करते हुए नजर आए। सिविक सेंटर में भारी हंगामा हो रहा है।
सदन में चलीं कुर्सियां
सदन में आप और बीजेपी पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ. बात मारपीट और हाथापाई तक पहुंच गई। दोनों पार्टियों के पार्षदों में धक्का मुक्की भी हुई यहां तक कि कुर्सियां भी चलीं।
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर भाजपा पर साधा निशाना
सिविक सेंटर में आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षदों में हुए हंगामे के बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि MCD में अपने कुकर्मों को छिपाने के लिए और कितना गिरोगे भाजपा वालो। उन्होंने कहा कि चुनाव टाले, पीठासीन अधिकारी की गैरकानूनी नियुक्ति, मनोनीत पार्षदों की गैरकानूनी नियुक्ति, और अब जनता के चुने पार्षदों को शपथ न दिलवाना। अगर जनता के फैसले का सम्मान नहीं कर सकते तो फिर चुनाव ही किसलिए?
नैतिक रूप से हार गई AAP- मनोत तिवारी
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी क्यों डर रही है। आप नैतिक रूप से हार चुकी है। क्या उसे लगता है कि उसके पार्षद उसकी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे।
भाजपा पर आप पार्षद ने लगाया आरोप
AAP पार्षद प्रवीन कुमार ने कहा कि भाजपा गुंडागर्दी कर रही है। चुने गए पार्षदों की बजाय मनोनीत सदस्यों की पहले शपथ दिलाई जा रही है। जब हमने इसका विरोध किया और पहले निर्वाचित पार्षदों का शपथ ग्रहण कराने की मांग की तो हंगामा हो गया।
मीनाक्षी लेखी ने आप पर लगाया आरोप
सिविक सेंटर में बरपे हंगामे पर भाजपा और आप एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आप पार्षदों द्वारा हंगामा किया जा रहा है, क्योंकि नियमों के बारे में कुछ भी पता नहीं है। जब वो बहुमत में हैं, तो उन्हें किस बात का डर है। उन्होंने कहा कि आप के सांसद राज्यसभा में भी ऐसा ही करते हैं।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के मुख्यालय सिविक सेंटर में जीते पार्षदों को पद व गोपनीयता की शपथ के साथ महापौर, उपमहापौर व स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव होगा। आपको बता दें कि 7 दिसंबर को एमसीडी चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें और बीजेपी ने 104 सीटें जीती थीं। वहीं कांग्रेस को 9, जबकि अन्य को 3 सीटें मिली थीं।