जगदलपुर। बस्तर में धर्मांतरण के मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ा हुआ है। नारायणपुर में हुई हिंसक घटना, भाजपा के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और लगातार हो रहे धर्मांतरण के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर संभाग बंद करवाया है। हालांकि, कोंडागांव जिला मुख्यालय को छोड़कर अन्य कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर समेत अन्य शहर बंद हैं। नारायणपुर में भी दोपहर 12 बजे तक बंद का असर रहा। अब धीरे-धीरे मार्केट खुल रहा है। इधर, सुरक्षा के भी तगड़े इंतजाम किए गए हैं।
जगडलपुर शहर भी बंद रहा।
संभागीय मुख्यालय जगदलपुर में छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजा राम तोड़ेंम ने बताया कि, नारायणपुर में ईसाई मिशनरियों ने आदिवासियों की पिटाई की। जिसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाई गई थी। लेकिन, पुलिस ने मिशनरियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसकी सूचना SP कार्यालय में देने जा रहे थे। इसी दौरान, आदिवासी समाज के सदस्यों के साथ फिर से मारपीट की गई। जिसमें नारायणपुर के SP भी घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने हमारे आदिवासी नेताओं को ही गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें जेल भेज दिया गया है। हमारी मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द जेल से रिहा किया जाए। साथ ही जिन लोगों ने आदिवासियों की पिटाई करी है उन लोगों पर जल्द से जल्द कानूनी कार्यवाही की जाए इस मांग को लेकर पूरे बस्तर संभाग में बंद का ऐलान किया गया था। जिसका व्यापक असर भी देखने को मिल रहा है।
12 बजे तक बंद रहा नारायणपुर
नारायणपुर जिले के व्यापारियों ने सर्व आदिवासी समाज के बंद का समर्थन किया। दोपहर 12 बजे तक जिला मुख्यालय की व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद रहीं। हालांकि धीरे-धीरे मार्केट फिर से खुलने लगा। नारायणपुर में शांति नगर समेत अन्य चौक चौराहों पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। बाहर से आने-जाने वाले लोगों की लगातार चेकिंग की जा रही है। हालांकि, कोंडागांव में बंद का समर्थन नहीं मिला है।