कोरबा। दर्री थाना अंतर्गत जमनीपाली के साडा कॉलोनी स्थित आवास में दवा व्यवसायी हितेश पांडेय का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला है. मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें कर्ज उसके कारण यह कदम उठाने की बात लिखी गई है. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
जमनीपाली सरदार वल्लभभाई पटेल साडा कॉलोनी एमआईजी 136 में आरबी पांडे परिवार निवास करता है. परिवार के मुखिया की मौत के बाद उनकी पत्नी अपने बेटे हितेश पांडेय, बहू और ढाई साल के पोते के साथ रह रही थीं. उनकी दो बेटियों की शादी हो चुकी है. हितेश पांडे दवा का थोक कारोबार का काम करते थे. कोरबा के घंटाघर क्षेत्र में उनकी दुकान है.
मंगलवार को अवकाश की वजह से दुकान बंद कर हितेश पांडे अपने घर पर थे. शाम के वक्त घर में सूनेपन का फायदा उठाकर उन्होंने फांसी लगा कर जान दे दी. परिजनों की नजर जब फांसी के फंदे पर पड़ी तब कोहराम मच गया. चीख-पुकार सुनकर कॉलोनीवासियों एकत्रित हो गए. घटना की सूचना दर्री पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच कार्रवाई शुरू की
घटना स्थल पर एक सुसाइट नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि ‘मैं हितेश पांडे अपने सारे कर्ज से बहुत परेशान हो गया हूं, पूरा दिवालिया हो गया हूं. मेरे पास अब मरने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. किसी को मेरे आत्महत्या का जिम्मेदार न ठहराया जाय, मैं खुद ही इसका जिम्मेदार हूं. मम्मी माफ कर देना, मैं बहुत प्यार करता हूं आपसे, आशा Sorry, बाबू I love you.’
दर्री सीएसपी रॉबिंसन गुड़िया ने बताया कि घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुची और जांच कार्यवाही करते हुए सुसाइट नोट बरामद किया गया है.जांच कार्यवाही की जा रही है.मौत के कारणों का पता किया जा रहा है. वहीं इस घटनाक्रम को लेकर इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. परिजन शोक में डूबे हुए हैं. पुलिस की जांच में पता चल सकेगा कि ऐसे कौन सी वजह थी जिसके चलते दवा कारोबारी ने अपना जीवन समाप्त कर लिया?