जांजगीर-चांपा I सक्ती जिले के ग्राम ठठारी के रहने वाले जगमोहन सिदार (28 वर्ष) की लाश नंदसागर बड़े तालाब में शुक्रवार दोपहर को मिली है। वो 4 दिसंबर से लापता था। बाराद्वार थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस जगमोहन की तलाश कर रही थी।
मृतक के भाई धनसिंह सिदार ने 6 दिसंबर को बाराद्वार पुलिस थाने पहुंचकर जगमोहन के 4 दिसंबर से लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि जगमोहन खेत में काम करने के बाद नहाने का कहकर निकला था, लेकिन शाम होने पर भी वो घर वापस नहीं लौटा। अगले दिन परिजनों ने गांव और रिश्तेदारों के यहां उसे ढूंढा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। आसपास के गांवों में भी उसकी तलाश की गई, लेकिन वहां से भी कुछ खबर नहीं मिली, तब जाकर 6 दिसंबर को उन्होंने बाराद्वार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी अंजली गुप्ता, बाराद्वार टीआई राजेश पटेल और एसआई एससी चौहान ग्राम ठठारी पहुंचे और गांव के लोगों से पूछताछ की गई। गांववालों ने बताया कि जगमोहन को आखिरी बार नंदसागर बड़े तालाब के पास मंदिर में शाम 6 बजे देखा गया था। पुलिस को आशंका हुई कि वो नहाने का कहकर निकला था, तो हो सकता है कि तालाब में उसका पैर फिसल गया हो। तब जाकर पुलिस ने 7 दिसंबर को गोताखोरों को तालाब में उतारा।
लाश की तलाश के लिए मोटर बोट के साथ-साथ गांववालों ने मछली पकड़ने का जाल और कांटा भी डाला हुआ था। पुलिस ने पहले तालाब में फैले पुराइन के पत्ते भी हटवा दिए थे, फिर भी कोई सफलता नहीं मिली। 8 दिसंबर को बाराद्वार पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से जगमोहन की तलाश शुरू की, लेकिन अंधेरा हो जाने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया। 9 दिसंबर की सुबह फिर से करीब 10 बजे बाराद्वार पुलिस ने गांव के गोताखोरों के साथ खोजबीन शुरू की, जिसके बाद आज दोपहर 12.30 बजे उसका शव तालाब में मिला। पानी के अंदर रहने के कारण जगमोहन का शरीर फूल चुका था।
तालाब में अधिक मात्रा में पुराईन के पत्ते और उसकी जड़ें
पुलिस ने शव को तालाब से बाहर निकलवाया। आशंका है कि तालाब में अधिक मात्रा में पुराइन के पत्ते और उसकी जड़ें भी फैली हुई हैं, इसलिए वो उसमें फंस गया होगा, जिससे उसकी मौत हो गई होगी। बाराद्वार पुलिस ने लाश का पंचनामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया।