छत्तीसगढ़ : चुनाव खत्म, मगर बवाल नहीं, रामविचार नेताम बोले-कांग्रेस को श्राप लगेगा, बिना वर्दी के कर्मचारियों ने बांटी शराब और रुपए

रायपुर I भानुप्रतापपुर का उपचुनाव हंगामाखेज रहा है। भले ही वोटिंग खत्म हो गई हो मगर बवाल जारी है। मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस ली। पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने कुछ हैरान करने वाले दावे किए। प्रेस वार्ता में अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम और भानुप्रतापपुर उप चुनाव के प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल मौजूद रहे।

मीडिया की मौजूदगी में रामविचार नेताम ने कहा- चुनाव के दौरान कांग्रेस की ओछी मानसिकता का उदाहरण दिखा। मैं समझता हूं कि कांग्रेस को आदिवासी समाज माफ नहीं करेगा। इस समाज को गुमराह करने, इस समाज को भ्रमित करने, इसे अपमानित करने के लिए शर्मनाक हथकंडा अपनाया। इससे कांग्रेस को बहुत हाय लगेगी, लोगों का श्राप लगेगा।

रामविचार ने दावा किया कि भानुप्रतापपुर चुनाव के दौरान फॉरेस्ट और पुलिस के कर्मचारियों ने बिना वर्दी के रुपए और शराब इलाकों में बांटा है। कर्मचारी रात के अंधेरे में लोगों के घरों में गए। इसकी शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई। गरीब आदिवासी परिवार का बेटा चुनाव में प्रत्याशी के रूप में मैदान में आया तो कांग्रेस उसका चरित्र हनन करने लगी। झारखंड पुलिस को लाकर दबाव बनाने का प्रयास किया गया।

मतदान को प्रभावित करने का नाटक
रामविचार ने कहा कि जानबूझकर ब्रम्हानंद को परेशान किया जा रहा है। कांग्रेस को आदिवासी समाज की नाराजगी का खामियाजा भुगतना होगा। यह नाटक पूरी तरह से मतदान को प्रभावित करने के लिए किया गया, ब्रम्हानंद को जबरन पुलिस अरेस्ट करने के लिए भेजी गई थी। ये सब अपने आप में कांग्रेस की नीयत को दिखाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों को प्रताड़ित किया गया है।

हजारों पेटी शराब मिली है
भानुप्रतापपुपर उप चुनाव के प्रभारी रहे बृजमोहन अग्रवाल ने कहा- वहां हजारों पेटी शराब जब्त की गई, वो कहां से आई, क्योंकि यहां तो सरकारी दुकानों से ही शराब की सप्लाई होती है। हाईकोर्ट ने ब्रम्हानंद को लेकर निर्देश में कहा है कि 165 के बयान में ब्रम्हानंद का नाम नहीं है, एफआईआर में नाम नहीं है। जो विधायक रह चुका है पूरी दुनिया जानती है। उसके बारे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गलत बातें कहते हैं। आने वाले 2023 और 2024 में भी आदिवासी समाज कांग्रेस को माफ नहीं करेगा। भानुप्रतापपुर का भरोसा भाजपा के साथ है , भाजपा ही जीतेगी और संदेश जाएगा कि कांग्रेस के जाने का समय आ गया है।

गिरफ्तारी की हुई कोशिश, बढ़ा बवाल
सोमवार को भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग खत्म होते ही बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को हिरासत में लेने पहुंची झारखंड पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। करीब घंटे भर तक डेढ़ हजार कार्यकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी रोककर जमकर बवाल मचाया। आखिरकार झारखंड पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था।

पुलिस ब्रह्मानंद नेताम को कांकेर सिटी कोतवाली लेकर जा रही थी। ब्रह्मानंद नेताम किलेपार पोलिंग बूथ गए हुए थे। वहीं से उन्हें हिरासत में लिया था। हालांकि, नेताम ने कहा है कि कोर्ट का आदेश आ गया है, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। पुलिस ने कोर्ट का आदेश मांगा था। कार्यकर्ताओं ने भीड़ में बवाल शुरू कर दिया था। बाद में बृजमोहन ने वहां से ब्रम्हानंद को निकाला और अपनी गाड़ी में लेकर चारामा चले गए थे।

हाईकोर्ट ने दी है राहत
भानुप्रतापपुर में वोटिंग खत्म हो चुकी है। नतीजों का इंतजार है। इस चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम फिलहाल बड़ी राहत मिली है। झारखंड के रांची हाईकोर्ट ने ब्रह्मानंद की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने इस मामले में कहा है कि अगली सुनवाई होने तक फिलहाल कार्रवाई न की जाए। सोशल मीडिया पर भाजपा और इससे जुड़े लोग सत्यमेव जयते लिखकर ब्रह्मानंद का सपोर्ट कर रहे हैं।

ऐसे फूटा था मामला
प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा से प्रत्याशी बनाए गए ब्रह्मानंद नेताम को लेकर मोहन मरकाम ने कहा कि उन पर झारखंड राज्य के जमशेदपुर जिले में केस दर्ज है। 15 साल की नाबालिग से गैंगरेप कर उसे देह व्यापार में धकेलने का आरोप लगाते हुए मरकाम ने FIR की कॉपी भी मीडिया को दिखाई थी। घटना 2019 को बताई जा रही है। पीसीसी चीफ ने कहा कि पुलिस ने पहले 5 आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद जांच में 10 से 12 आरोपी सामने आए, जिनमें भाजपा प्रत्याशी भी शामिल हैं। “

मोहन मरकाम ने कहा था कि जमशेदपुर के थाना टेल्को में अपराध क्रमांक 84/2019 में 15 मई 2019 को पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में ब्रह्मानंद नेताम के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। कांग्रेस ने खुलासा किया कि पीड़िता ने एक डायरी में गैंगरेप के सभी आरोपियों के नाम लिखकर रखे थे। इस मामले में झारखंड पुलिस ने छत्तीसगढ़ से संबंध रखने वाले शीतल उर्फ सपना महतो, सुरेंद्र सिन्हा को महासमुंद से 2019 में ही गिरफ्तार किया था। ब्रह्मानंद नेताम का नाम पुलिस की ओर से पेश चालान में भी शामिल है। मरकाम ने कहा कि जिस साल FIR दर्ज हुई थी, तब झारखंड में भाजपा की रघुवर दास की सरकार थी।