ब्रुसेल्स। कतर में चल रहे फीफा विश्व कप मैच में रविवार को बेल्जियम पर मोरक्को की जीत के बाद हिंसा भड़क गई। इसके बाद बेल्जियम पुलिस ने एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया और एक को गिरफ्तार किया। वहीं प्रदर्शनकारियों ने ब्रुसेल्स में एक कार और कुछ इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगा दी। दंगे बेल्जियम की राजधानी ब्रीसेल्स में कई जगहों पर हुए। हिंसा करने वाले फुटबॉल फैंस में कई मोरक्को के झंडे लिए हुए थे। वहीं लोगों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले दागे।
बेल्जियम की करारी हार के बाद प्रशंसकों ने भारी तोड़फोड़ की और जमकर हंगामा किया। हंगामे के बाद पुलिस को कई इलाकों में कड़ी नाकाबंदी करनी पड़ी और हिंसा पर उतारू लोगों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारें छोड़नी पड़ीं। मोरक्को के खिलाफ अप्रत्याशित हार से गुस्साए लोगों ने आगजनी की और कारों पर पत्थर फेंके। अभी यह पता नहीं चला कि पुलिस ने कितने लोगों को हिरासत में लिया है। दरअसल मोरक्को मूल के कुछ समर्थक अपनी जीत पर जश्न मनाने लगे थे, जिसके बाद हिंसा भड़क गई।
मोरक्को 24 साल बाद विश्व कप में जीता
मोरक्को की टीम ने बेल्जियम को हराकर इस विश्व कप का तीसरा बड़ा उलटफेर किया। इससे पहले सऊदी अरब ने अर्जेंटीना और जापान ने जर्मनी को हराया था। मोरक्को ने बेल्जियम को 2-0 से हराकर इस विश्व कप में अपनी पहली जीत हासिल की। यह विश्व कप इतिहास में मोरक्को की तीसरी जीत है। उसे पिछली जीत 1998 में मिली थी। तब मोरक्को ने स्कॉटलैंड को 3-0 से हराया था। उसे पहली जीत 1986 में मिली थी। मोरक्को ने पुर्तगाल को 3-1 से हराया था। मोरक्को की टीम छठी बार विश्व कप खेल रही है।
मोरक्को के लिए इस मैच में साबिरी और जकारिया ने गोल किया। 22वें नंबर की टीम मोरक्को की इस विश्व कप में यह पहली जीत है। उसका पिछला मैच क्रोएशिया के खिलाफ बराबरी पर छूटा था।