नई दिल्ली: आइसीसी इवेंट में लगातार असफलताओं के बाद कुछ आलोचकों ने इंडियन प्रीमियर लीग पर भी सवाल खड़े किए थे, लेकिन पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे अच्छी चीज आइपीएल की शुरूआत है। गंभीर ने अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को 2012 और 2014 में आइपीएल चैंपियन बनाया था।
उन्होंने फिक्की 2022 और इंडिया स्पोर्ट्स अवार्डस के एक कार्यक्रम में कहा, “मैं यह कहना चाहता हूं कि भारतीय क्रिकेट में आइपीएल सबसे अच्छी चीज हुई है, लेकिन हर बार जब भारतीय क्रिकेट में कुछ अच्छा नहीं होता है तो सारी जिम्मेदारी आइपीएल पर आती है जोकि सही नहीं है।
यदि हम आइसीसी टूर्नामेंटों में अच्छा नहीं करते हैं तो खिलाड़ियों को दोष दीजिये, उनके प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराइए लेकिन आईपीएल पर उंगली मत उठाइये।”
आइपीएल में 154 मैच खेलने वाले गंभीर ने कहा, “IPL के आने से खिलाड़ियों में वित्तीय सुरक्षा की भावना आयी है। एक खिलाड़ी 35-36 की उम्र तक ही कमा पाता है आइपीएल उसे वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है जो महत्वपूर्ण है।”
बीसीसीआइ की तारीफ की
गौतम गंभीर ने पिछले कुछ वर्षों में जो भारतीय कोचों को काम मिला है, इसके लिए बीसीसीआइ की तारीफ की है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आइपीएल में भी अधिक भारतीय कोच हो।
उन्होंने कहा कि “भारतीय क्रिकेट में एक अच्छी बात यह हुई है कि भारतीय कोच ने अब नेशनल टीम को कोचिंग देना शुरू कर दिया है। मेरा विश्वास है कि भारतीय को इंडियन टीम का कोच होना चाहिए। ये सभी विदेशी कोच, जिन्हें हमने बहुत महत्व दिया है, यहां आते हैं।” पैसा बनाते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। खेल में भावनाएं महत्वपूर्ण हैं। केवल वही लोग भारतीय क्रिकेट के बारे में भावुक हो सकते हैं जिन्होंने अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है।