बिलासपुर। बिलासपुर जिले में नदी में बिजली तार से करंट लगाकर मछली मार रहा युवक खुद करंट से झुलस गया और उसकी मौत हो गई। बिजली करंट से बुरी तरह झुलसे युवक को इलाज के लिए मस्तूरी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, उसकी मौत हो गई। इधर, छुट्टी होने के कारण अस्पताल में कोई डॉक्टर और स्टाफ नहीं मिलने और युवक का उपचार नहीं होने का आरोप लगाते हुए नाराज परिजन और ग्रामीणों ने अस्पताल में जमकर हंगामा मचाते हुए तोड़फोड़ कर चक्काजाम कर दिया। मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम पाली निवासी कन्हैया लाल कैवर्त्य (32) पिता बहोरिक लाल कैवर्त्य खेती-किसानी करता था। मंगलवार की सुबह उसने अरपा नदी में मछली मारने के लिए बिजली तार से पानी में करंट लगाया था। इस दौरान वह खुद करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया और बेहोश हो गया।
पिता देखने गया तब बेहोश पड़ा था युवक
कन्हैया सुबह से घर से निकला था। इस बीच दोपहर तक घर नहीं पहुंचने पर उसके पिता बहोरिक उसे देखने के लिए गया, तब वह बेहोश पड़ा था। उसने बिजली तार को खंभे से निकाला और परिजन की मदद से गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए पुलिस के डायल 112 की मदद मस्तूरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। लेकिन, अस्पताल ले जाते समय ही रास्ते में उसकी मौत हो गई। इधर, छुट्टी होने के कारण अस्पताल में स्टाफ और डॉक्टर नहीं मिले। इस पर परिजनों का आरोप था कि उपचार नहीं मिलने के कारण युवक की मौत हो गई। इसके बाद परिजन भड़क गए।
भड़के परिजन और ग्रामीणों ने मचाया हंगामा, तोड़फोड़ कर किया चक्काजाम
कन्हैया की मौत के बाद उसके परिजन आक्रोशित होकर अस्पताल में हंगामा मचाने लगे। इस दौरान उनके साथ ग्रामीणों की भीड़ भी आ गई। नाराज लोगों ने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दिया और सड़क पर आकर चक्काजाम कर दिया। इधर, इस घटना की जानकारी होने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। इस दौरान भीड़ ने डॉक्टरों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर लाश को रख दिया था। इसके चलते मस्तूरी- पामगढ़ रोड जाम हो गया। थाना प्रभारी और प्रशिक्षु डीएसपी नुपुर उपाध्याय ने उन्हें समझाइश देकर शांत कराया। पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हो गया। चक्काजाम के चलते करीब आधा घंटे तक आवागमन बाधित रहा।