मेलबर्न।टी20 विश्व कप 2022 में भारतीय टीम को अपने तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि, भारत के कई फैंस टीम इंडिया की इस हार से ज्यादा दुखी नहीं हैं। कई फैंस को इस बात की खुशी है कि अब पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल की रेस से लगभग बाहर हो गई है। वहीं, कई फैंस का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली हार एक संयोग का नतीजा है और अब भारत का चैंपियन बनना तय हो चुका है।
2011 विश्व कप में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका से हारी थी, लेकिन अंत में खिताब अपने नाम किया था। कई भारतीय फैंस का मानना है कि इस बार भी भारत खिताब जीतेगा।
2011 से कितने मिलते हैं हालात?
साल 2011 में भारत ने नीदरलैंड के हराया था। इस बार भी ऐसा हुआ है। इससे पहले टीम इंडिया ने 2003 में नीदरलैंड की टीम को मात दी थी और तब भी भारत फाइनल में पहुंचा था। 2011 में भी भारत ने पाकिस्तान को हराया था और इस बार भी ऐसा हो चुका है। 2011 में दक्षिण अफ्रीका ने दो गेंद रहते भारत के खिलाफ मैच जीता था और इस बार भी ऐसा हुआ है।
आयरलैंड की टीम ने 2011 में भी उलटफेर करते हुए इंग्लैंड को मात दी थी और इस बार भी आयरलैंड ने ऐसा किया है। इसके बाद भारतीय फैंस मान रहे हैं कि भारतीय टीम दूसरी बार टी20 विश्व कप जीतने वाली है। हालांकि, 2011 में भारत ने वनडे विश्व कप जीता था और इस बार टी20 विश्व कप में ऐसा हो रहा है। इसके अलावा भारत 2011 विश्व कप की मेजबानी कर रहा था और चैंपियन बना था। ऐसे में अगर यह संयोग मेजबान टीम के पक्ष में हुआ तो ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार दूसरी बार टी20 विश्व कप जीत सकती है।
अब तक टी20 विश्व कप नहीं जीत पाई है मेजबान टीम
1996 में श्रीलंका पहली ऐसी टीम बनी थी, जो मेजबान रहते हुए चैंपियन बनी थी। हालांकि, इस विश्व कप के सभी मैच श्रीलंका में नहीं हुए थे। फाइनल मैच ही श्रीलंका में नहीं हुआ था। 2011 में भारत पहली ऐसी टीम बनी, जिसने अपनी धरती पर फाइनल मैच खेला और जीत हासिल की। इसके बाद 2015 में ऑस्ट्रेलिया और 2019 में इंग्लैंड ने भी यह कारनामा किया।
हालांकि, टी20 विश्व कप में अब तक मेजबान टीम खिताब नहीं जीत पाई है। चैंपियन बनना तो दूर टी20 विश्व कप में मेजबान टीम फाइनल में भी नहीं पहुंच पाती है। अब तक सात टी20 विश्व कप हो चुके हैं और सिर्फ एक बार ऐसा हुआ है कि मेजबान टीम फाइनल में पहुंची है। 2012 में मेजबान श्रीलंका की टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन वेस्टइंडीज ने उसे हराकर खिताब अपने नाम किया था।