बेंगलुरु I कर्नाटक के रामनगर स्थित कुंचागल बंदे मठ के महंत बसवलिंगेश्वर स्वामी के कथित आत्महत्या मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मामले से संबंधित मठ के महंत और एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जांच में जुटे एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. मगदी तालुक के केम्पुपुरा स्थित मठ के प्रमुख 24 अक्टूबर को मठ के परिसर में पूजा घर की खिड़की की जाली से लटके मिले थे. इस मठ का 400 से अधिक वर्षों का इतिहास है. मठ के प्रमुख ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि उन्हें उनके पद से हटाने की कुछ लोग कोशिश कर रहे थे.
पुलिस ने कहा कि उन्हें महंत के कथित सुसाइड नोट के कुछ पन्ने मिले जिसमें उन्होंने कुछ लोगों पर उन्हें परेशान करने और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उनके कुछ निजी वीडियो वायरल हुए थे. पुलिस के मुताबिक, उसने तीन वीडियो जब्त किए हैं. रामनगर के पुलिस अधीक्षक के. संतोष बाबू ने कहा, बंदे मठ के महंत की आत्महत्या मामले की जांच के दौरान, यह बात सामने आयी कि 21 वर्षीय नीलाम्बिके उर्फ चंदू ने वीडियो बनाया था.”
गिरफ्तार महिला इंजीनियरिंग की स्टूडेंट
उन्होंने बताया कि, “वह दोड्डाबल्लापुरा में इंजीनियरिंग की द्वितीय वर्ष की छात्रा है. इसके अलावा, कन्नूर मठ के मृत्युंजय स्वामीजी और एक वकील महादेवैया भी शामिल है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि तीनों ने एक वीडियो की योजना बनाई थी क्योंकि उनका बंदे मठ के महंत के साथ किसी तरह की नाराजगी थी. उन्होंने कहा कि इसलिए, उन्होंने उन्हें बेनकाब करने का इरादा किया और वीडियो की सीडी बनायी और उसे कई लोगों को भेज दिया.
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
उन्होंने कहा, चूंकि यह आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला है, इसलिए उन्हें भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत गिरफ्तार किया गया है और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आगे की जांच जारी है. बाबू ने कहा, बताया जाता है कि इन लोगों ने फरवरी में योजना बनायी और अप्रैल में वीडियो बनाया. इससे पहले पुलिस ने बताया था कि मठ के प्रमुख पर हनी ट्रैप किया गया था. मठ के प्रमुख ने कथित रूप से अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि उनको पद से हटाने की कोशिश जा रही थी और वीडियो लीक करने की धमकी के साथ उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था.