नईदिल्ली I दिल्ली में छठ पूजा को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. इस बीच एनजीटी ने यमुना में प्रदूषण के मद्देनज़र आदेश जारी कर श्रद्धालुओं को यमुना नदी में प्रसाद विसर्जित करने पर रोक लगा दी है. वहीं, छठ पूजा को लेकर आम आदमी पार्टी और विपक्षी बीजेपी-कांग्रेस के बीच यमुना नदी में प्रदूषण और घाटों पर तैयारियों को लेकर जुबानी जंग छिड़ी हुई है. यमुना में प्रदूषण को लेकर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है.
मनोज तिवारी ने कहा है कि केजरीवाल को छठ पूजा की तैयारी के लिए दिल्ली में रुकना चाहिए था, इसके बजाय वह गुजरात दौरे पर हैं, क्योंकि वह यहां भक्तों की सुविधा नहीं चाहते. अगर उन्हें दिल्ली की चिंता नहीं है, तो उन्हें पंजाब जाकर वहां का सीएम बन जाना चाहिए.
बीजेपी सांसद परवेश वर्मा ने ट्विटर पर कई वीडियो साझा किए और कहा कि श्रद्धालुओं को इस बात का दुख है कि त्योहार मनाने के लिए उनके लिए बनाए गए अस्थायी तालाबों में पानी उपलब्ध नहीं है. उन्होंने 2015 से प्रदूषण के कारण यमुना के झाग के कथित वीडियो भी साझा किए और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नदी को साफ करने के वादे का जिक्र करते हुए कहा कि वे पांच साल कभी नहीं आएंगे.
संजय सिंह ने भी वीडियो शेयर कर BJP पर बोला हमला
आप के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने भी उत्तर प्रदेश के मथुरा बैराज में यमुना नदी में झाग का एक वीडियो साझा किया और बीजेपी पर कटाक्ष किया. इस पर वर्मा ने सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि यमुना दिल्ली से उत्तर प्रदेश की ओर बहती है और आप सांसद की शिक्षा पर सवाल उठाया.
कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार ने कई छठ श्रद्धालुओं के साथ आईटीओ के पास आप के कार्यालय में घाटों पर तैयारी की कमी और यमुना किनारे केवल निर्दिष्ट स्थानों पर ही त्योहार मनाने की अनुमति देने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
पानी में उतरकर सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं महिलाएं
बता दें कि छठ पूजा में व्रत करने वाली महिलाएं घुटनों तक पानी में उतरकर सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं. यह त्योहार दिल्ली में रह रहे बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश – पूर्वांचलियों के बीच बेहद लोकप्रिय है.