नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने गुरुवार (27 अक्तूबर) को बड़ा एलान किया। उन्होंने बताया कि अब भारतीय महिला खिलाड़ियों की मैच फीस भी पुरुष खिलाड़ियों के बराबर होगी। इससे पहले न्यूजीलैंड में यह नियम लागू हो चुका है। बीसीसीआई की एजीएम में हाल ही में यह फैसला लिया गया था कि महिला आईपीएल का पहला सीजन 2023 में खेला जाएगा। इसके बाद बोर्ड ने यह बड़ा फैसला लिया है। उसके इस कदम से महिला क्रिकेट में बड़ा बदलाव आएगा।
जय शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ”बीसीसीआई महिला क्रिकेटरों को उनके पुरुष समकक्षों के समान मैच फीस का भुगतान किया जाएगा। टेस्ट (15 लाख रुपये), वनडे (6 लाख रुपये), टी20 (3 लाख रुपये)। समान वेतन हमारी महिला क्रिकेटरों के लिए मेरी प्रतिबद्धता थी और मैं एपेक्स काउंसिल को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। जय हिंद।”
2017 से महिला क्रिकेट में आया बदलाव
2017 में आईसीसी महिला विश्व कप के फाइनल में टीम के पहुंचने के बाद से महिला क्रिकेट में लोगों की रुचि बढ़ी है। उसके बाद टीम 2020 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी। इस साल अगस्त में टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक हासिल किया था।
न्यूजीलैंड ने किया था सबसे पहले यह काम
इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने समान वेतन को लेकर बड़ा फैसला लिया था। उनसे घोषणा की थी कि महिला राष्ट्रीय टीम और घरेलू महिला खिलाड़ियों को पुरुषों के समान मैच फीस मिलेगी।