मेलबर्न। आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप की शुरुआत रविवार (16 अक्तूबर) को ऑस्ट्रेलिया में हुई। अभी टूर्नामेंट में पहले राउंड के मैच खेले जा रहे हैं। 22 अक्तूबर से सुपर-12 के मैच शुरू होंगे। टूर्नामेंट के नियमों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक बड़ा बदलाव किया है। उसने टी20 वर्ल्ड कप के दौरान कोरोना संक्रमित होने वाले खिलाड़ियों को मैच में खेलने की इजाजत दे दी है।
कोरोना मामले आने के बाद संबंधित खिलाड़ी को आइसोलेट किया जाता था। जब वह पूरी तरह ठीक हो जाता था तभी उसे खेलने की इजाजत मिलती थी। अब आईसीसी ने इसमें बदलाव कर दिया है। अब कोविड पॉजिटिव खिलाड़ियों को भी खेलने दिया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने भी इस हफ्ते नियमों में बदलाव किया था। उसने कोरोना संक्रमित लोगों के लिए आइसोलेशन को समाप्त कर दिया है। इसी कारण आईसीसी ने भी यह फैसला किया।
टूर्नामेंट के दौरान अनिवार्य रूप से कोविड-19 जांच नहीं होगी। अगर कोई खिलाड़ी संक्रमित होता है तो उसके खेलने पर फैसला संबंधित टीम का मेडिकल स्टाफ लेगा। टीम के डॉक्टर यह फैसला लेंगे कि खिलाड़ी को खेलने दिया जाए या नहीं।
16 टीमें एक ट्रॉफी के लिए मैदान में उतरेंगी। आठ टीमों को सुपर-12 में सीधे जगह मिली है। वहीं, आठ टीमें पहले दौर में खेलेंगी। वहां दो ग्रुपों में चार-चार टीमों को बांटा गया है। दोनों ग्रुप से टॉप-2 टीमें सुपर-12 में प्रवेश करेंगी। भारतीय टीम 15 साल बाद टूर्नामेंट को जीतने के लिए उतरेगी। वह पिछली बार 2007 में पहले वर्ल्ड कप के दौरान चैंपियन बनी थी। उसका पहला मुकाबला 23 अक्तूबर को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा।