रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के बयान में कांग्रेस को साजिश की गंध महसूस हो रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ शब्दों में कहा है कि ऐसा तो नहीं है कि ये लोग कोई षड्यंत्र कर रहे हों। दिमाग में हो कि होने वाला है और उसके पहले ही बोल बैठे। उन्होंने कहा, षड्यंत्र करने में भाजपा का कोई मुकाबला ही नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-RSS की अखिल भारतीय समन्वय बैठक रायपुर में चल रही है। इसमें शामिल होने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा 9 सितम्बर को रायपुर पहुंच गए थे। उस दिन साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कांग्रेस पर जुबानी हमला किया। इसी भाषण में उन्होंने कह दिया-यहां हमारे 71 आदिवासी भाई मारे गए और भूपेश बघेल जी केरल में राहुल गांधी के साथ ताली बजा रहे थे। इस बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी प्रतिक्रया दी थी।
मुख्यमंत्री ने यह पोस्ट भी साझा किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “71 आदिवासियों की मौत तो सुनने में नहीं आई है। ऐसा तो नहीं है कि ये लोग कोई षड्यंत्र कर रहे हों! दिमाग में हो कि होने वाला है, उसके पहले ही बोल बैठे। हो सकता है उनके दिमाग में इस प्रकार की बातें हों। और फिर षड्यंत्र करने में उनका कोई मुकाबला है नहीं।’ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की कोई घटना हुई नहीं। इनके शासनकाल में जरूर ग्रामीण, राजनीतिज्ञ, जवान सबकी मौतें हुई हैं।’
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना था, “सफेद झूठ बोलने में ये बड़े माहिर हैं। इन्हें छत्तीसगढ़ की जनता से माफी मांगना चाहिए। आदिवासियों से माफी मांगना चाहिए। इस प्रकार की कोई घटना घटी नहीं, जिसका वे उल्लेख कर रहे थे। नड्डा जी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। इतना बड़ा झूठ कैसे बोल दिया।’ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के इस बयान की प्रदेश भर में चर्चा है। पूछा जा रहा है कि सबसे बड़ी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष सार्वजनिक मंच से ऐसा भ्रामक बयान कैसे दे सकता है।
जेपी नड्डा RSS की बैठक में शामिल होने रायपुर आए हैं।
एक दिन पहले भी बयान को झूठा बताया था
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 9 सितम्बर की रात अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से नड्डा का वीडियो साझा करते हुए लिखा, झूठ बोलो..बार-बार झूठ बोलो..जोर-जोर से बोलो। बस्तर से सरगुजा तक मेरे सभी आदिवासी भाई सुखी रहें, प्रसन्न रहें। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बताएं कि कहां 71 आदिवासियों की दो पहले मृत्यु हुई है। आदिवासियों का बुरा सोचने वालों को ईश्वर सद्बुद्धि दें। कहा- रघुपति राघव से तो गोडसे को समस्या थी, आपको भी हो गई?
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा से कहा है कि वे आदिवासी समाज से माफी मांगें।
संगठन ने भी नड्डा के खिलाफ मोर्चा खोला
इस बीच कांग्रेस संगठन ने भी जेपी नड्डा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश में 2 दिन के भीतर 71 आदिवासियों की मौत होने का अफवाह फैला रहे हैं। नड्डा को बताना चाहिए प्रदेश के किस जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत में 2 दिन के भीतर 71 आदिवासियों की मौत हुई है? जेपी नड्डा को अपने इस झूठे और अफवाह वाले बयान के लिए प्रदेश के आदिवासी समाज से माफी मांगना चाहिए। उन्होंने कहा, जेपी नड्डा भाजपा की गुम होती राजनीतिक धरातल को बचाने के लिए आदिवासी वर्ग के अनिष्ट की कामना कर रहे हैं। भाजपा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की गलतबयानी के लिये प्रदेश की जनता से माफी मांगे।